इंस्पेक्टर और दरोगा की करतूत से यूपी पुलिस हुई शर्मसार, इंस्पेक्टर और दरोगा ने व्यापारी से लूटी 50 किलो चांदी

कानपुर के एक इंस्पेक्टर और दरोगा की करतूत ने यूपी पुलिस को शर्मसार कर दिया है। दोनों ने चेकिंग के बहाने बांदा के एक ज्वैलरी कारोबारी की कार रुकवाई। इसके बाद कार में रखी 50 किलो चांदी लूट ली। घटना 6 जून की है। 7 जून जब इस मामले में ब्यापी ने पुलिस में रिपोरेट दर्ज कराई तो पुलिस ने जांच शुरु की , जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी से पता चला कि कानपुर देहात भोगनीपुर थाना प्रभारी ने अपनी टीम के दरोगा चिंतन कौशिक और दो सिपाहियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस हैरान कर देने वाील घटना के बाद जांच के बाद SP औरैया चारू निगम और कानपुर देहात के SP बीबीजीटीएस मूर्ति की मौजूदगी में भोगनीपुर में तैनात इंस्पेक्टर अजयपाल कठेरिया, दरोगा चिंतन कौशिक को गुरुवार रात अरेस्ट कर लिया। वहीं, सिपाही रामशंकर यादव अभी फरार है। पुलिस ने दरोगा के सरकारी आवास से लूटी गई 50 किलो चांदी भी बरामद कर ली। आईजी कानपुर ने इंस्पेक्टर, दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
मालिक ने काम से निकाला तो लूटने की योजना बनाई
एसपी चारू निगम ने बताया कि संजय चिकवा उर्फ संजय टोपी करीब आठ महीने पहले बांदा के रहने वाले मनीष सोनी की शॉप में काम करता था। ये पहले से ही मनीष की दुकान पर गलत नजर रखता था। इसकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी होने पर मनीष सोनी ने उसे निकाल दिया था, जिससे वह बेरोजगार हो गया। संजय को मनीष सोनी की सभी गतिविधियों के बारे में जानकारी थी। उसने अपने दोस्त रफत के साथ मिलकर मनीष सोनी का माल रास्ते में लूटने की योजना बनाई। इसके बाद अपने दोस्त जमालुद्दीन पठान उर्फ जमील शेख को पूरी बात बताई।

जमालुद्दीन ने भोगनीपुर थाने के कोतवाल अजय पाल कठेरिया और दरोगा चिन्तन कौशिक से अच्छे संबंध होने का हवाला दिया। अजय पाल कठेरिया पहले झांसी जिले में तैनात था, इसलिए जमालुद्दीन से पहले से ही जान पहचान थी।

जमालुद्दीन ने इंस्पेक्टर कठेरिया के साथ मिलकर इस लूटकांड को अंजाम देने का प्लान बनाया। आरोपी ने बताया, मनीष को लूटने के बाद ड्राइवर जगनन्दन को अपनी स्कॉर्पियो में बैठाया। इसमें दरोगा चिन्तन कौशिक और दीवान रामशंकर के साथ दो अन्य लोग थे। साईं मंदिर के सामने पेट्रोल पम्प पर एक हजार रुपए का तेल भरवाने के बाद वहीं से चिन्तन दरोगा ने अजय पाल कठेरिया इंस्पेक्टर से फोन से बात की। इसके कुछ देर बाद जगनन्दन को मारपीट कर उतार दिया। फिर चांदी को ले जाकर इंस्पेक्टर के आवास पर रख दिया।
SP चारू निगम ने बताया कि बांदा के रहने वाले सर्राफ मनीष सोनी उर्फ सागर ने पूछताछ में बताया कि 6 जून को वह अपनी क्रेटा कार बांदा से औरेया जा रहे थे। उनके साथ मामा का लड़का रवि सोनी और भाभी सोनाली सोनी और उनकी बेटी अशी थी। वह बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे से जा रहे थे। गाड़ी ड्राइवर जगनन्दन पाल चला रहा था।

औरैया जिले में एंट्री करते ही दोपहर 2:30 से 2:45 बजे के बीच एक सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी के पास खड़े चार लोगों ने हाथ देकर गाड़ी रुकवा ली। गाड़ी रोकने वालों में दो व्यक्ति सादे कपड़े पहने थे, जबकि एक व्यक्ति दरोगा की वर्दी पहने था और पिस्टल लगाए था। एक सिपाही की वर्दी पहने था। कांस्टेबल के हाथ में कार्बाइन थी।

उन लोगों ने ड्राइवर से कहा- अपनी आईडी दिखाओ। फिर नीचे उतारकर खड़ा कर दिया। मेरे भाई रवि और भाभी को भी कार से नीचे उतार दिया। मैं भी गाड़ी से उतरकर खड़ा हो गया। इसके बाद उन लोगों ने गाड़ी की तलाशी ली। गाड़ी में दो बैग रखे हुए थे, जिसमें चांदी के 30 टुकड़े थे। उन्होंने दोनों बैग उठाकर अपनी गाड़ी में रख लिया।

ड्राइवर से कहा कि गाड़ी में बैठो तो ड्राइवर उनकी गाड़ी स्कार्पियो में बैठ गया। ड्राइवर ने बताया कि स्कार्पियो वहां से चली गई। कुछ दूर आगे आगे बसंत पेट्रोल पंप पर तेल डलवाया। कुछ समय रुकने के बाद ड्राइवर को उतार दिया और गाड़ी औरैया की तरफ गाड़ी चली गई। ड्राइवर को सभी लोगों के मोबाइल वापस कर दिए।

इसके बाद मैं गाड़ी लेकर अपने मामा के घर औरैया पहुंचा। कुछ देर बात ही मेरा ड्राइवर जगननन्दन भी मेरे मामा के घर पहुंचा। फिर उसने पूरी कहानी बताई। इसके बाद औरैया कोतवाली में लूट की एफआईआर दर्ज कराई।
CCTV फुटेज की जांच से खुला खेल
एसपी औरैया चारू निगम ने बताया कि वारदात के बाद पुलिसकर्मियों ने बसंत पेट्रोल पंप तेल डलवाया था। सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए तो इससे साफ हो गया कि कानपुर देहात भोगनीपुर थाना प्रभारी ने अपनी टीम के दरोगा चिंतन कौशिक और दो सिपाहियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
इसके बाद पूरे मामले की जानकारी कानपुर के एडीजी जोन आलोक सिंह को दी। एडीजी की सहमति के बाद गुरुवार देर रात एसपी औरैया और एसपी कानपुर देहात ने छापेमारी करके लूट करने वाले थानेदार और दरोगा को अरेस्ट कर लिया। जबकि फरार सिपाहियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है

मुखबिर की सूचना पर किया पूरा खेल
एसपी चारू निगम ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि भोगनीपुर थाना प्रभारी के एक मुखबिर ने सूचना दी थी कि साहब एक बड़ा काम हो सकता है। बांदा का व्यापारी नंबर-दो यानी बगैर बिल और पर्चे की चांदी लेकर औरैया होते हुए गुजर रहा है। सटीक मुखबिरी के बाद गाड़ी नंबर के आधार पर थानेदार ने जाल बिछाया और अपनी टीम के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। थानेदार का मानना था कि नंबर दो की चांदी होने के चलते कारोबारी मामले की रिपोर्ट नहीं लिखाएगा। लेकिन दांव उलटा पड़ गया और सर्राफ ने औरैया कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद एसपी ने जांच कराई तो परत दर परत खुल गई।

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