कानपुर में हिस्ट्रीशीटर की हत्या का VIDEO VIRAL, आईपीएल में 20 हजार रुपए के सट्‌टे को लेकर हुआ था झगड़ा

कानपुर के मूलगंज में IPL सट्टे में 20 हजार रुपए के लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ। झगड़े में पूर्व पार्षद मन्नू रहमान के हिस्ट्रीशीटर भाई की शुक्रवार रात गोली मारकर हत्या की गई थी। मूलगंज थाने की पुलिस ने मौके से जांच की तो पांच CCTV कैमरों में हत्या की वारदात कैद मिली। पुलिस ने सभी के DVR जब्त कर लिए। पुलिस ने हत्या के आरोपी सलमान काना, आतिफ को अरेस्ट कर लिया है।
साथी सलमान की काना से पैरवी करने पहुंचा था भोलू
परेड नवाब इब्राहिम हाता निवासी मृतक हिस्ट्रीशीटर मो. सैफ उर्फ भोलू जबर (36) के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा दुबई में है। डीसीपी सेंट्रल रवींद्र कुमार ने बताया कि पुलिस की जांच में मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हो गया है।

पड़ताल में सामने आया कि भोलू के करीबी सलमान का नई सड़क निवासी सलमान काना से सट्टे के पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। काना को सलमान से सट्टे का 20 हजार रुपए लेना था। सलमान पैसे देने के लिए समय मांग रहा था, लेकिन काना तुरंत तगादा करने के लिए कह रहा था।

इसी बात को लेकर भोलू जबर अपने साथी सलमान की पैरवी करने काना के पास पहुंचा था। फैजान स्कूल वाली गली में काना अपने चार से पांच साथियों के साथ वहां पर मौजूद था। भोलू वहां पहुंचकर काना से बात करने लगा।
आरोपी समझे कि भोलू कमर से तमंचा निकाल रहा, तुरंत गोली मार दी
काना गले में हाथ डालकर भोलू को पीछे सकरी गली में ले गया। पीछे से काना के साथी भी वहां पहुंच गए। दोनों में गाली गलौज होने लगी और विवाद इतना बढ़ गया कि काना ने डराने के लिए दो हवाई फायर झोंका।

इससे दहशत में आए काना के साथी भोलू की तरफ बढ़े तो भोलू ने अपनी कमर में हाथ लगाया। भोलू अक्सर असलहा लगाकर चलता था। इससे उन लोगों ने समझा कि भोलू ने असलहा निकालने के लिए कमर पर हाथ लगाया और सीधे गोली मार दी। इसके बाद सलमान काना अपने साथियों के साथ वहां से भाग निकला।

परिजन भोलू को लेकर हैलट पहुंचे, जहां इलाज के दौरान भोलू की मौत हो गई। डीसीपी ईस्ट रवींद्र कुमार ने बताया कि मृतक के भाई ने चार नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। सलमान काना, उसका भाई, जीतू उर्फ कादर खान और आतिफ को नामजद किया है। इसमें तीन हत्यारोपी सलमान काना, आतिफ को अरेस्ट कर लिया गया है।

ताकतवर और लड़ाकू होने पर जबर नाम पड़ा
भोलू जबर का असली नाम मो. सैफ था। इलाकाई लोगों के मुताबिक भोलू लड़ाकू था। वह अकेले दो से तीन लोगों से सामना कर सकता था। वह बेहद गुस्सैल स्वभाव का था। वह अक्सर मोहल्ले के लोगों की पंचायत कराया था। भोलू पर हत्या समेत कई मुकदमे भी चल रहे थे। उसने नवीन मार्केट में चंद्रेश्वर हाता निवासी बाथम को इतनी बेरहमी से पीटा था कि वह 15 दिन ICU में रहा और फिर उसकी मौत हो गई थी।

जमानत होने के बाद भी परिजनों ने जेल से नहीं छुड़ाया था
भोलू के झगड़ों से घरवाले भी परेशान रहते थे। हिस्ट्रीशीटर होने की वजह से पुलिस उसकी निगरानी करती थी। उसको अक्सर थाने बुलाया जाता था। करीब आठ महीने पहले उसको थाने बुलाया गया था। वह थाने तो गया था, लेकिन थाना प्रभारी के आने के पहले भाग गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उसको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

उसकी छह महीने पहले ही जमानत हो गई थी, लेकिन परिजन उसको छुड़ाने के लिए जमानतें दाखिल नहीं कर रहे थे। जब उसने परिजनों से वादा किया कि अब वह किसी विवाद में नहीं पड़ेगा, तब परिजनों ने करीब 10 दिन पहले उसको छुड़ाया था। अब परिजन बोल रहे हैं कि उसको न छुड़ाते तो शायद वो जिंदा होता।

पांच CCTV कैमरों में कैद हुआ मर्डर
फैजान स्कूल के पास जहां भोलू को गोली मारी गई। उस गली में पांच कैमरे लगे हैं। जिसमें तीन कैमरे नाइट विजन के हैं। पुलिस के मुताबिक, कैमरों की फुटेज में साफ दिख रहा कि कैसे काना भोलू को गले में हाथ डालकर गली के अंदर ले गया और उसके साथी पीछे से पहुंचे।
हत्यारोपी काना भी हिस्ट्रीशीटर
काना भी हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। काना डी टू गैंग का सरगना रहे बिल्लू के जीजा का भांजा है। इस समय वह डी टू गैंग के सरगना एयाज उर्फ टायसन का गुर्गा है। टायसन जेल में है। वह अक्सर टायसन के से मिलने जेल जाता था। उसका साथी जीतू हत्यारोपी है।

जीतू पहले भोलू के साथ रहता था, लेकिन अनबन होने पर वह काना के साथ हो गया था। अब जीतू और काना आईपीएल का सट्टा खिलवाते हैं। जब कोई पैसा देने में आनाकानी करता है तो काना ही जीतू का पैसा वसूलता है। आतिफ काना का दोस्त है।

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