उन्नाव में अधेड़ ने खुद पर केरोसीन उड़ेल लगाई आग, 6 इंच की जमीन के विवाद में आग

उन्नाव में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक बुजुर्ग ने पड़ोसी के साथ चल रहे जमीनी विवाद के चलते अचानक ही अपने ऊपर केरोसीन डाल आत्मदाह की कोशिश की, इस दौरान आस पास के लोगों ने किसी तरह से आग बुझाई,  आग बुझाने के बाद बुजुर्ग को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। बताया जहा रहा है कि शख्स ने यह कदम कब्जा न हटाए जाने से नाराज होकर उठाया। मामले के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। 

मिल रही जानकारी के मुताबिक माखी थानाक्षेत्र के पवई गांव के रहने वाले 58 साल के विजयशंकर अग्निहोत्री सिविल लाइन में बने मकान में परिवार के साथ रहते हैं। गांव में उनका पैतृक घर और खेती है।  पवई गांव में बुधवार को विजयशंकर अग्निहोत्री ने खुद पर केरोसीन उड़ेलकर, आग लगा आत्मदाह का प्रयास किया। विजयशंकर अग्निहोत्री के उठाए गए इस कदम के पीछे की वजह महज छह इंच भूमि बताई जा रही है। लोगों की माने तो इस भूमि विवाद का दो बार समझौता भी कराया गया था । लेकिन फिर ना जाने क्यों अचानक विजयशंकर अग्निहोत्री भड़क गए और कब्जा ना हटाए जाने से नाराज हो गया और आत्मदाह की कोशिश की

विजय शंकर अग्निहोत्री ने बताया कि उनके पड़ोसी रमेश उर्फ राजन की पत्नी सावित्री के नाम पर सरकारी आवास स्वीकृत हुआ है। आरोप है कि पड़ोसी उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर पांच अप्रैल को माखी थाने में तहरीर दी थी, पुलिस पहुंची और जांच की औपचारिकता पूरी कर लौट गई। बुधवार को पड़ोसी उनके मकान की दीवार को काट अपनी दीवार का निर्माण करा रहे थे। इसकी जानकारी होने पर वह गांव पहुंचे और विरोध किया। पुलिस को फोन कर जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने की सूचना दी। इसी दौरान पड़ोसी, परिवार की महिलाओं को आगे कर गलौज करने लगे। इससे आहत होकर उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। उन्होंने बताया कि करीब बीस साल से पड़ोसी कभी उनके खेत की मेड़ काट देता है तो कभी घर के बाहर की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है। तमाम शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। इससे परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।

सफीपुर सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने जिला अस्पताल पहुंचकर विजय शंकर के बयान दर्ज किए। सीओ ने बताया कि इस मामले में नौ अप्रैल को ग्राम प्रधान व अन्य लोगों की मौजूदगी में समझौता हुआ था। बुधवार को पहुंचे विजय शंकर ने समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। जिस पर कहासुनी होने लगी। तभी उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया। बताया कि जमीन पर कब्जा करने वालों को थाने ले जाकर पूछताछ की जा रही है। पीड़ित तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश थानाध्यक्ष को दिए हैं।
ये भी देखिए : - उन्नाव में बेखौफ दबंग ने गर्भवती महिला से की छेड़छाड़, पति को किया घायल

विजय शंकर ने बताया कि जब उन्होंने अपनी जमीन पर निर्माण होते देख को उन्होने ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी। लेकिन काफी देर तक पुलिस नहीं पहुंची। उधर पड़ोसी गाली गलौज करते हुए देख तेजी से दीवार का निर्माण कराने लगे। असहाय विजय ने आत्मदाह का फैसला ले लिया। उन्होंने बताया कि इससे पहले पड़ोसी उनके पिता जी से जीवन भर लड़ते और परेशान करते रहे। अब उन्हें परेशान कर रहे हैं। आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती। इससे अब वह ऊब चुके हैं।

वहीं इस मामले में पड़ोसी राजन तिवारी का कहना है कि उनकी पत्नी सावित्री के नाम पर पीएम आवास आवंटित हुआ था, जिसका वह निर्माण करा रही थी। यह निर्माण विजय शंकर की गिरी हुई दीवार से सटाकर कराया जा रहा था। बस इसी बात को लेकर विजय शंकर औऱ राजन तिवारी के बीच विवाद हो गया। विजय शंकर को सावित्री के आवास निर्माण पर आपत्ति थी । वही जब विवाद बढ़ा तो जमीन नापी गई, तो छह इंच भूमि उसके हिस्से की निकली। इसके बाद गांव के लोगों ने समझौता करवा दिया। वहीं, सोमवार को सावित्री थाने पहुंची और उसने पुलिस से गुहार लगाई कि आवास का निर्माण नहीं होने दिया जा रहा है।

जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने एक बार फिर से दोनों पक्षों के बीच फिर से समझौता करा दिया। मंगलवार तो शांति से बीत गया, लेकिन बुधवार को विजय शंकर ने खुद पर केरोसीन छिड़क आग लगा ली। जिसमें वह बुरी तरह झुलस गया। अस्पताल में भर्ती विजय शंकर जमीन को कब्जा मुक्त कराने की बात कर रहे हैं। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस सक्रिय हो गई है। जांच-पड़ताल जारी है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने