13 साल की गर्भवती बेटी को पिता ने मार डाला:डेड बॉडी बोरे में भरकर नदी में फेंकी, बोला- बदनामी हो रही थी, इसलिए ठिकाने लगा दिया

देवरिया में पिता ने 13 साल की गर्भवती नाबालिग बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। बेटी के दुपट्टे से ही उसका गला घोंटा। फिर शव को बालू के बोरे में भरकर नदी में फेंक दिया। तीन दिन पहले लड़की का शव गंडक नदी में तैरता मिला। घटना महुआडीह थाना क्षेत्र की है। लड़की 30 मार्च से लापता थी।

पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को नदी से बाहर निकाला। लेकिन जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने लगी तो पिता विरोध करने लगा। वह परिजनों के समझाने पर माना। उसकी इस हरकत से पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस ने जब हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो पिता ने जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
मौत के तीन दिन बाद मिला था किशोरी का शव
पिछले गुरुवार को कक्षा 8 में पढ़ने वाली लड़की लापता हो गई। उसी रात लड़की के परिजन बाहर दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए गए थे। पिता घर पर अकेला था। अगले दिन घरवालों के लौटने पर पिता ने कहा कि बेटी अपने प्रेमी के साथ भाग गई है। किशोरी के भाग जाने की खबर गांव में फैल गई। इसी बीच, 2 अप्रैल को किशोरी का शव छोटी गंडक नदी में मिला। गांव वालों ने शिनाख्त की तो परिजनों को सूचित किया गया। यह सूचना मिलने के बाद पिता के भी होश उड़ गए। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने पिता सहित रिश्तेदारों को हिरासत में लिया
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि किशोरी गर्भवती थी। उसकी मौत दम घुटने से हुई है। पुलिस की शक की सुई परिजनों और प्रेमी की ओर घूम गई। पुलिस ने 3 अप्रैल को किशोरी की मां, पिता, चाचा, चाची, बुआ और प्रेमी सहित 8 लोगों को हिरासत में ले लिया। इनसे पूछताछ की।
प्रेमी बोला- मेरे समुदाय की होती तो भगा ले गया होता
दो दिनों तक पूछताछ हुई, लेकिन परिजन एक ही बात पर अड़े रहे कि बेटी भाग गई थी। पिता ने बेटी के प्रेमी पर हत्या का आरोप लगाया। कहा कि बेटी अपने प्रेमी के साथ गई थी तो उसी ने मारकर फेंक दिया। पुलिस ने प्रेमी को उठाया और पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, प्रेमी ने बताया कि प्रेमिका से आखिरी बार बातचीत 30 मार्च को हुई थी। उसके पास मोबाइल नहीं था। वह अपनी मां के मोबाइल से बात करती थी। इसके बाद उसकी मां बाहर चली गई तो बात नहीं हो पाई। अगर वह मेरे समुदाय की होती तो उसे लेकर भाग गया होता।

पुलिस की सख्ती के बाद पिता टूटा और जुर्म कुबूल किया
5 अप्रैल यानी बुधवार को पिता ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। पहले तो घटना में शामिल होने से इनकार करता रहा। जब पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और बेटी की हत्या की बात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने मां सहित अन्य सभी महिलाओं को छोड़ दिया। सीओ सदर श्रेयस त्रिपाठी ने बताया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लड़की के गर्भवती होने की पुष्टि हुई है। गला दबाकर उसकी हत्या की गई है। क्योंकि मौत का कारण दम घुटना आया है। आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बेटी की हत्या की कहानी पिता की जुबानी... 

हत्यारे पिता ने पुलिस को बताया, "गांव के ही एक युवक से बेटी का प्रेम प्रसंग चल रहा था। जानकारी होने पर मिलने से मना किया था, लेकिन वह नहीं मानी। कुछ दिन पहले ही बेटी के गर्भवती होने का पता चला। ये बात पूरे गांव में फैल गई थी। जब कहीं पर भी मैं जाता तो लोग काना-फूसी करते थे। मेरे ऊपर तंज करते थे। बेटी को भी भला-बुरा कहते थे। इससे मैं परेशान हो गया। 28 मार्च की रात को अपने दोस्तों के साथ खेत पर खा-पी रहा था तो दावत में मौजूद एक मित्र ने नशे की हालत में खुलेआम बेटी को बदचलन कह दिया। यह बात मुझे बहुत ज्यादा बुरी लगी। यहीं पर मैंने बेटी की हत्या की साजिश रची।"

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बेटी के दुपट्टे से ही पिता ने उसका गला घोंट दिया
आरोपी पिता ने बताया, "मैंने 30 मार्च को पत्नी और अन्य घरवालों को दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए भेज दिया। इसी बीच दिमाग में यह बात आई कि बेटी को रास्ते से हटा दिया जाए। इसके लिए दुकान जल्दी बंद कर दिया। घर लौटते समय रास्ते से बोरा खरीदा। फिर नदी किनारे गया, उसमें बालू भर दिया। रात में करीब 10 बजे बेटी के साथ घूमने का बहाना कर नदी के पास पहुंचा। वह मुझसे बात ही कर रही थी, तभी पीछे से उसके ही दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया।वह चिल्ला रही थी, बोली कि पेट में बच्चा है, छोड़ दो। शोर मचाने पर मैंने उसके मुंह पर हाथ रख दिया और जोर से गला दबाया। तब तक गला दबाया, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। इसके बाद बेटी को हिला-डुलाकर देखा था। जब लगा कि वह मर गई है तो लाश को बालू के बोरे में बांधकर नदी में बहा दिया।"

 

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