छप्पर में दबकर मां और दो मासूमों की हुई थी मौत, पति बोला- मालिक! मेरे किस कसूर की सजा है

उत्तर प्रदेश के उरई में बच्चों के साथ मायके में ईद मनाने आई महिला पर सोते समय कमरे का छप्पर गिर गया। मलबे में दबकर महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई थी। हादसे की सूचना पर पहुंचे पति सद्दाम ने जब पत्नी साबिया और दोनों मासूम बच्चों का शव देखा, तो गश खाकर गिर पड़ा।
उसके मुंह से यही निकला कि मालिक मेरे किस कसूर की सजा दी है मुझे। वह कभी पत्नी को देखता तो कभी बच्चों को कलेजे से लगाकर फफक पड़ता। उसने कभी सोचा भी नहीं था कि उसकी हंसती खेलती दुनिया ऐसे वीरान हो जाएगी। उसकी हालत देख आसपास खड़े लोगों के भी आंसू निकल पड़े।

मोहल्ले के लोगों को मलाल कि प्रयास के बाद भी न बचा पाए
मोहल्ले में ईद को लेकर पकवान बन रहा था। सुबह जैसे ही छप्पर गिरने की आवाज आई, तो सभी नफीस के घर की तरफ दौड़ पड़े। जब लोग पहुंचे, तो चारों लोग मलबे में दबे थे। लोगों ने मलबे को हटाकर चारों को बाहर निकाला, लेकिन सबिया के परिवार को फिर भी नहीं बचा पाए।
बल्ली गिरने से हुई मौत
नफीस ने बताया कि वह अपने पुत्र इम्तियाज के साथ छत पर सो रहे थे। दुकान वाले कमरे में पंखा लगा होने से पत्नी नूरजहां बेटी साबिया व नाती, नातिन वहां सो रहे थे। सुबह जैसे ही छप्पर गिरा, तो उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। मोहल्ले के लोगों के सहयोग से सभी को जल्दी ही निकाल लिया गया, लेकिन घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

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ईद मनाने आई थी मायके
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लहारियापुरवा स्थित फकीरनटोला निवासी नफीस की 25 वर्षीय बेटी साबिया दो दिन पहले मायके में ईद मनाने आई थी। जालौन कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भवानीराम निवासी साबिया के साथ में उसका दो साल का बेटा फैज और छह माह की बेटी अनाविया भी आए थे।
अचानक गिर गया छप्पर, दब गए थे चारों
शुक्रवार रात खाना खाकर साबिया, बेटा, बेटी और उसकी 50 वर्षीय मां नूरजहां छप्पर वाले कमरे में सोने चली गई। साबिया के पिता नफीस और उसका भाई इम्तियाज छत पर सो रहे थे। शनिवार सुबह लगभग चार बजे अचानक छत का छप्पर भरभराकर गिर गया। चारों लोग मलबे में दब गए।

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पति शवों को लेकर जालौन चले गए
छप्पर गिरने की आवाज से जागे भाई और पिता ने शोर मचाया, तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और सभी को मलबे से निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने साबिया, पुत्र फैज और पुत्री अनाविया को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंचे पति सद्दाम तीनों के शवों को जालौन ले गए।

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