उन्नाव में हैवान बना पति दूसरी बेटी होने पर पत्नी को पीट पीटकर घर से निकाला, महिला का हाथ टूटा शरीर पर चोटों के निशान


उन्नाव से एक बेहद झरझोर देने वाली खबर सामने आई है उन्नाव में एक महिला के बेटी होने पर उसके पति ने उसके हाथ-पैर बांधकर बेरहमी से पीटाई की,पिटाई के दौरान जालिम पति ने अपनी पत्नी का हाथ भी तोड़ दिया। वहीं इस दौरान सास सुसुर ने बेटे को रोके के बजाय उसका साथ दिया। महिला के शरीर में जख्मों के इतने निशान थे किन उन्हें गिनना मुश्किल था, महिला पर बेल्ट, डंडे और चाकू से हमला किया था। पति की हैवानियत की शिकार पत्नी गंभीर रूप से जख्मी थी, दर्द से कराहाती रोती चिल्लाती महिला की आवाज सुन आस पास के लोगों ने पहुंच कर उसकी जान बचाई  

आसपास के लोगों ने महिला के मायके वालों को मामले की जानकारी दी। वही लोग महिला को अस्पताल ले गए। पीड़ित महिला के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही उपचार के लिए उसको CHC में भर्ती कराया है।

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मिल रही जानकारी के मुताबिक पूरा मामला माखी थाना क्षेत्र के खडहरा गांव की है यहां के रहने वाले दीपू की शादी अजगैन थाना क्षेत्र के भौली गांव के रहने वाली सुषमा से तीन साल पहले हुई थी। शादी के डेढ़ साल बाद सुषमा के एक बेटी हुई। इसके बाद से घर का माहौल खराब होने लगा। सुषमा ने बताया की बेटी होने के बाद घरवाले उसे ताना मारते थे। वहीं ससुराल के लोग उसकी बेटी को भी परेशान करते थे। 

सुषमा ने बताया कि जब वो फिर से प्रेग्नेंट हुई तो घर में सब लोग पर बेटा होने की दुआ मांगने लगे।  सुषमा ने बताया कि उसकी सास उसे कई जगह पर बेटा होने का आशीर्वाद दिलाने के लिए सास लेकर गई। सब लोग बस हमेशा बेटा होने की बात ही कहा करते थे। लेकिन 1 महीने पहले उसे दूसरी बेटी हुई, बेटी होते ही ससुराल में रोना-धोना मच गया। सब लोग सुषमा को कोसने लगे। सुषमा ने बताया कि उसके पती दीपू ने उसे अस्पताल में ही खूब पीटा''

सुषमा ने बताया कि कोई भी उसकी बेटी को गोद नहीं लेता था। सब बेटी को मरने के लिए बोलने थे। इस सबसे सुषमा बेहद दुखी थी, लिहाजा सुषमा अस्पताल से सीधे अपने मायके चली गई। सुषमा 3 दिन पहले मैं घर वापस आई, तो उसका पति उसे गाली देने लगा। सास भी ताने मारने लगी। इस पर सुषमा की पति से लड़ाई हो गई। शनिवार देर शाम जब वो खाना खाने के लिए किचन में गई, तो उसकी सास मुझे भगाने लगी। जब उसने इसका विरोध किया, तो पति दीपू ने सुषमा को मारना-पीटना शुरू कर दिया। दीपू ने सुषमा को बहुत मारा। सुषमा की  आवाज सुनकर पड़ोस के लोग आ गए। उन लोगों ने सुषमा बचाया।  इसके बाद दीपू  ने सुषमा को घर से निकाल दिया, सुषमा रोती रही पर पति दीपू ने गेट नहीं खोला।''

सुषमा के पिता श्यामलाल ने बताया, ''मैंने 3 साल पहले बेटी की शादी की थी। डेढ़ साल पहले उसने एक बेटी को जन्म दिया था। दामाद दीपू को बेटा चाहिए था। बेटे की चाहत में दीपू आए दिन बेटी को अपमानित करने लगा। एक महीने पहले सुषमा ने दूसरी बेटी को जन्म दिया, तो दामाद का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। शनिवार की रात दीपू ने सुषमा के हाथ पैर बांधकर उसको बहुत मारा है।''

इस मामले में माखी थानाध्यक्ष रामआसरे चौधरी ने बताया कि रात में ही घटना की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पीड़िता के पिता की तहरीर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपी की तलाश की जा रही है। घटना के बाद से वह फरार है।

 

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