यूपी में पटाखा फैक्टरी में धमाका होते ही दहल गया इलाका, चंद मिनटों में मौत की नींद सो गई पांच जिंदगी


उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सरसावा के गोविंदपुर की पटाखा फैक्टरी में इतनी तेज धमाका हुआ कि पूरा इलाका दहल गया। पटाखा फैक्टरी पूरी तरह जमींदोज हो गई। इसका पता लगते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। थोड़ी ही देर में वहां लोगों की भीड़ लग गई, किसी की समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें।

इस बीच मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया। ग्रामीण भी बचाव कार्य में जुट गए, लेकिन तब तक तीन जिंदगियां खत्म हो गई थीं। वहीं रविवार सुबह दो और लोगों के शव मिले। इस भीषण हादसे में कुल पांच लोग मौत की नींद सो गए। हादसा कितना भयंकर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मरने वालों के शवों के चिथड़े उड़ गए। कई शवों की पहचान नहीं हो सकी। हादसे में पूरी फैक्टरी जमींदोज हो गई।

गोविंदपुर में राहुल की लाइसेंसी फैक्टरी थी, जिसमें आतिशबाजी के अनार बनाए जाते थे। यहां पर कई वर्षों से फैक्टरी संचालित हो रही थी। शनिवार की शाम रोजाना की तरह फैक्टरी में कार्य चल रहा था।
सलेमपुर ग्राम प्रधान सतीश कुमार के मुताबिक वह गांव में ही थे कि अचानक जोरदार धमाका हुुआ। उन्हें आतिशबाजी की फैक्टरी की तरफ धमाके की आवाज सुनाई दी। जैसे ही वह मौके पर पहुंचे तो फैक्टरी की धज्जियां उड़ चुकी थीं और फैक्टरी पूरी तरह जमीदोज हो गई थी। कुछ ही दूरी पर खड़ी एक कार और बाइक भी जलकर राख हो गई।

इसकी सूचना थाना सरसावा पुलिस को दी गई। इसके बाद सीएफओ तेजवीर सिंह दमकल विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आग पर तो कुछ देर में काबू पा लिया गया, लेकिन चंद मिनटों में सागर, कार्तिक और राहुल मौत की नींद सो गए। देर शाम एसएसपी आकाश तोमर ने भी मौके पर पहुंचकर हादसे के बारे में जानकारी ली और घटनास्थल का मौका-मुआयना किया।

परिजनों में मचा कोहराम, राहुल के हैं दो बच्चे
हादसे का पता लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सागर और कार्तिक गांव बलवंत पुर के रहने वाले हैं। दोनों की मौत से जहां परिजनों कोहराम मच गया। वहीं, सलेमपुर निवासी राहुल के परिजनों का भी रो-रोककर बुरा हाल हो गया। परिजनों के मुताबिक राहुल तीन वर्ष पूर्व शादी हुई थी और उसके एक बेटा और बेटी है।

पहचान में नहीं आ रहे थे शव
फैक्टरी के मलबे में अन्य लोगों के दबे होने की आशंका के चलते जेसीबी से मलबा हटवाया गया। हादसे में तीन की जान गई है, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। शवों को पहचानना भी मुश्किल हो रहा था। चेहरे पूरी तरह जल चुुके थे।

सरकारी एंबुलेंस से शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाए गए, जहां परिजन भी पहुंच गए, लेकिन शवों की हालत ऐसी थी कि वह भी कई घंटों तक पहचान नहीं कर सके। बाद में हाथों व पैरों पर बने निशानों से ही शिनाख्त की गई।

धमाके वजह तलाश रही पुलिस, आग लगाने की आशंका
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। धमाका किस वजह से हुआ है, इसकी छानबीन पुलिस जुट गई है। वहीं, आशंका जताई जा रही है कि किसी ने फैक्टरी में आग लगाई। पुलिस सभी बिंदुओं पर मामले की जांच कर रही है।  

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